Introduction
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल युद्ध विराम पर सहमति जताते हुए 'संघर्ष को कम करने के सभी प्रयासों' का स्वागत किया। महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने यहां पीटीआई से कहा, 'हम निगरानी कर रहे हैं, लेकिन संघर्ष को कम करने के सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं।'
अमेरिका की मध्यस्थता से यह संघर्ष विराम भारत और पाकिस्तान द्वारा एक-दूसरे के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के कुछ घंटों बाद हुआ, जिससे चल रहे संघर्ष में ख़तरनाक रूप से वृद्धि हुई। इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वाशिंगटन की मध्यस्थता में 'लंबी रात' की बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान 'पूर्ण और तत्काल' संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा, "अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी रात की बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। कॉमन सेंस और बेहतरीन खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करने के लिए दोनों देशों को बधाई। इस मामले पर ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद।" विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि पिछले 48 घंटों में, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उन्होंने वरिष्ठ भारतीय और पाकिस्तानी अधिकारियों से बात की, जिनमें "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर, सेना प्रमुख असीम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और असीम मलिक शामिल हैं।"
उन्होंने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान की सरकारें तत्काल युद्ध विराम पर सहमत हो गई हैं और एक तटस्थ स्थल पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करने के लिए सहमत हो गई हैं।’ रुबियो ने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की शांति का मार्ग चुनने में उनकी बुद्धिमत्ता, विवेक और राजनेतागिरी की सराहना करते हैं।’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, "भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है।" यह घोषणा भारत द्वारा पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाए जाने के कुछ दिनों बाद की गई है। ऑपरेशन के बाद से पाकिस्तान ने कई भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।