Introduction
कक्षा 12 की एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए, क्योंकि जिस स्कूल बस में वे यात्रा कर रहे थे, उसके चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया, जिसके बाद बस पुलिया से नीचे गिर गई। बताया जा रहा है कि यह दुर्घटना ब्रेक फेल होने के कारण हुई। बस में कम से कम 30 बच्चे सवार थे।
दुखद दुर्घटना के तुरंत बाद, सभी घायल छात्रों को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टर उनकी स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। दुर्घटना के तुरंत बाद चालक मौके से भाग गया। यह दुर्घटना जयपुर-बीकानेर राजमार्ग (NH-52) पर चोमू के पास हुई।
हैरानी की बात यह है कि बस का फिटनेस सर्टिफिकेट पिछले साल मार्च में ही खत्म हो चुका था, फिर भी यह छात्रों को लेकर हाईवे पर चलती रही। बस के पास चोखी ढाणी से सिरसी रोड रूट का परमिट था, लेकिन यह अवैध रूप से दूसरे रूट पर चल रही थी।
यह दुर्घटना बुधवार सुबह करीब 7.30 बजे वीर हनुमान मार्ग पुलिया के पास हुई। देखते ही देखते घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई।
दुखद बात यह है कि इस हादसे में 18 वर्षीय कोमल देवंदा पुत्री शिशुपाल देवंदा निवासी रामपुरा, डाबड़ी (चौमूं) की मौत हो गई। वह 12वीं कक्षा की छात्रा थी। खबर मिलते ही चौमूं पुलिस मौके पर पहुंची।
सभी घायल बच्चों को अस्पताल ले जाया गया। प्रत्यक्षदर्शी अनुराग शर्मा ने बताया कि धमाके की तेज आवाज सुनाई दी और बस पलटी हुई मिली।
जब वह अपने दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचे तो देखा कि बच्चे मदद के लिए रो रहे थे। स्थानीय लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए परिवहन विभाग पर चोमू में ओवरलोड और अनाधिकृत वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
दुर्घटनास्थल पर प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए और परिवहन विभाग के खिलाफ नारे लगाए तथा सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने की मांग की। निवासियों ने बताया कि निजी बसें आवश्यक सुरक्षा मानदंडों का पालन किए बिना स्कूल परिवहन की आड़ में चल रही हैं।
चोमू के सरकारी अस्पताल में भी बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई और अवैध रूप से चल रहे वाहनों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।